सुरेश वाडकर

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Wednesday, November 18, 2015

ब्राह्मण का सारी जगह पर कब्जा

ब्राह्मण को पता है की, जब तक उसने ''हिन्दू'' नाम की चादर ओढ़ी है तब तक ही ,उसका वर्चस्वभारत पर है ,जिस दिन यह चादर खुल गयी कुत्ते की मौत मारा जाएगा ,इसीलिए ब्राह्मण दिन रात हिन्दू हिन्दू रटते रहता है,जब की ब्राह्मण यह जानता है की ,हिंदू नाम का कोई धर्म नही है ...हिन्दू फ़ारसी का शब्द है । हिन्दू शब्द न तो वेद में है न पुराण में न उपनिषद में न आरण्यक में न रामायण में न ही महाभारत में । स्वयं दयानन्द सरस्वती कबूल करते हैं कि यह मुगलों द्वारा दी गई गाली है । 1875 में ब्राह्मण दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाजकी स्थापना की हिन्दू समाज की नहीं । अनपढ़ ब्राह्मण भी यह बात जानता है । ब्राह्मणो ने स्वयं को हिन्दू कभी नहीं कहा। आज भी वे स्वयं को ब्राह्मण कहते हैं लेकिन सभी शूद्रों को हिन्दू कहते हैं । जब शिवाजी हिन्दू थे और मुगलों के विरोध में लड़ रहे थे तथा तथाकथित हिन्दू धर्म के रक्षक थे तब भी पूना के ब्राह्मणो ने उन्हें शूद्र कह राजतिलक से इंकार कर दिया । घूस का लालच देकर ब्राह्मण गागाभट्ट को बनारस से बुलाया गया । गगाभट्ट ने "गागाभट्टी"लिखा उसमें उन्हें विदेशी राजपूतों का वंशज बताया तो गया लेकिन राजतिलक के दौरान मंत्र "पुराणों" के ही पढे गए वेदों के नहीं ।तो शिवाजी को हिन्दू तब नहीं माना। ब्राह्मणो ने मुगलों से कहा हम हिन्दूनहीं हैं बल्कि तुम्हारी तरह ही विदेशी हैं परिणामतः सारे हिंदुओं पर जज़िया लगाया गया लेकिन ब्राह्मणो को मुक्त रखा गया ।1920 में ब्रिटेन में वयस्क मताधिकार की चर्चा शुरू हुई ।ब्रिटेन में भी दलील दी गई कि वयस्क मताधिकार सिर्फ जमींदारों व करदाताओं को दिया जाए । लेकिन लोकतन्त्र की जीत हुई । वयस्क मताधिकार सभी को दिया गया । देर सबेर ब्रिटिश भारत में भी यही होनाथा । तिलक ने इसका विरोध किया । कहा " तेली,तंबोली ,माली,कूणबटो को संसद में जाकर क्याहल चलाना है" । ब्राह्मणो ने सोचा यदि भारत में वयस्क मताधिकार यदि लागू हुआ तो अल्पसंख्यक ब्राह्मण मक्खीकी तरह फेंक दिये जाएंगे । अल्पसंख्यक ब्राह्मण कभी भी बहुसंख्यक नहीं बन सकेंगे । सत्ता बहुसंख्यकों के हाथों में चली जाएगी । तब सभी ब्राह्मणों ने मिलकर 1922 में "हिन्दू महासभा" का गठन किया । जो ब्राह्मण स्वयं हो हिन्दू मानने कहने को तैयार नहीं थे वयस्क मताधिकार से विवश हुये । परिणाम सामने है । भारत के प्रत्येक सत्ता के केंद्र पर ब्राह्मणो का कब्जा है । सरकार में ब्राह्मण ,विपक्ष में ब्राह्मण,कम्युनिस्ट में ब्राह्मण ,ममता ब्राह्मण,जयललिता ब्राह्मण 367 एमपी ब्राह्मणो के कब्जों में है ।सर्वोच्च न्यायलयों में ब्राह्मणो का कब्जा,ब्यूरोक्रेसी में ब्राह्मणो का कब्जा,मीडिया,पुलिस ,मिलिटरी ,शिक्षा,आर्थिक सभी जगह ब्राह्मणो का कब्जा है । एक विदेशी गया तो दूसरा विदेशी सत्ता में आगया । हम अंग्रेजों के पहले ब्राह्मणो के गुलाम थे अंग्रेजों के जाने के बाद भी ब्राह्मणो के गुलाम हैं । यहीवह हिन्दू शब्द है जो न तो वेदमें है न पुराण में न उपनिषद में न आरण्यक में न रामायण में न ही महाभारत में । फिर भीब्राह्मण हमें हिन्दू कहते हैं ।
ब्राह्मणी कांग्रेस और ब्राह्मणी बीजेपी ने इस देश को नई ऊंचाइयो पर लाकर खडा कर दिया है !!
सबूत -UN MILLENIUM DEVELOPMENT GOALS REPORT 2014
1)दुनिया के 1/3 गरीब और भुखमरी के शिकार भारत में रहते है !
2)दुनिया में 5 साल की उम्र तक गरीबी और भुखमरी से मरनेवाले बच्चो की सबसे बड़ी तादाद भारत में है ! हर साल 1.4 मिलियन बच्चे भुखमरी से मर जाते है !!
३)भारत में 1994 में 49.4% लोग गरीब थे जिनकी संख्या में अभी तक कोई ख़ास गिरावट नहीं आई है ,2005 में 42 % लोग गरीब है ,जबकि चीन में 1990 में 51% गरीब थे जिनकी संख्या तेजी से घटकर के 2010 तक मात्र 12% तक रह गयी है !
4)भारत के 60% लोगों के पास आजभी सौचालय नहीं है !
**** क्या आपको पता है की दुनिया के सभी देशो की ग़रीबी भुखमरी तेजी से कम हो रही है पर भारत की नहीं क्योकि ''भारत आजभी विदेशी ब्राह्मणों का गुलाम है !!''
भारत पर ''विदेशी ब्राह्मणों'' का कब्ज्जा है !
सबूत = १)देश के 8676 मठों के मठाधीश
सवर्ण : 96 प्रतिशत
(इसमें ब्राह्मण 90 प्रतिशत)
ओबीसी : 4 प्रतिशत
एससी : 0 प्रतिशत
एसटी : 0 प्रतिशत
स्रोत : डेली मिरर,
२)प्रथम श्रेणी की सरकारी नौकरियों में जातियों का विवरण
सवर्ण : 76.8 प्रतिशत
ओबीसी : 6.9 प्रतिशत
एससी : 11.5 प्रतिशत
एसटी : 4.8 प्रतिशत
स्रोत : वी. नारायण स्वामी, राज्यमंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय, भारत सरकार द्वारा संसद में शरद यादव के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए.
३)देश का कोई भी विश्वविद्यालय दुनिया के टॉप 200 में कहीं नहीं है. इन विश्वविद्यालयों में कुलपतियों का जातीय विवरण निम्न प्रकार से है:
सामान्य - 90 प्रतिशत
ओबीसी - 6.9 प्रतिशत
एससी - 3.1 प्रतिशत
एसटी - 0 प्रतिशत
स्रोत : डेली मिरर
४)
हमारे शिक्षा संस्थानों में से एक भी दुनिया के टॉप 200 में कहीं नहीं है. केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में कुल 8852 शिक्षक कार्यरत हैं जिनमें विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व निम्न प्रकार है:
सवर्ण : 7771
ओबीसी : 1081
एससी : 568
एसटी : 268
स्रोत : RTI No. Estt./P10/69-2011/I.I.T. K267
Jan.29, 2011
.भारतीय मीडिया तंत्र के मालिक और उनकी हकीकत
1=टाईम्स ऑफ इंडिया=जैन(बनिया)
2=हिंदुस्थान टाईम्स=बिर्ला(बनिया)
3=दि.हिंदू=अयंगार(ब्राम्हण)
4=इंडियन एक्सप्रेस=गोयंका(बनिया)
5=दैनिक जागरण=गुप्ता(बनिया)
6=दैनिक भास्कर=अग्रवाल(बनिया)
7=गुजरात समाचार=शहा(बनिया)
8=लोकमत =दर्डा(बनिया)
9=राजस्थान पत्रिका=कोठारी(बनिया)
10=नवभारत=जैन(बनिया)
11=अमर उजाला=माहेश्वरी(बनिया)
भारत सरकार के असली मलिक... वह कौन है... क्या यह सारी कंपनी, मिडिया (प्रिंट और टी.व्ही. चैनल्स) किसके पास है... क्या एस.सी., एस.टी., ओबीसी या मुसलमानो के पास मै है... कौन भ्रष्ट है?... यह पता चल जायेगा... कॉंग्रेस, बीजेपी या कम्युनिस्ट पार्टी पहले से ही ब्राम्हणो की है... उनको नीचे दिये गये लोग चलाते है...
१) एससी सिमेंट कंपनी=सुमित बैनर्जी(ब्राम्हण)
२) भेल=रविकुमार/कृष्णास्वामी(ब्राम्हण)
३) ग्रासिम हेंडालकी=कुमार मंगलम/बिर्ला(बनिया)
४) आयसीआयसी बँक=के.व्ही.कामत(ब्राम्हण)
५) जयप्रकाश असो.=योगेश गौर(ब्राम्हण)
६) एल. & टी.=एम.ए.नाईक (ब्राम्हण)
७) एनटीपीसी=आर.एस.शर्मा(ब्राम्हण )
८) रिलायन्स=मुकेश अंबानी(बनिया)
९) ओएनजीसी=आर.एस.शर्मा(ब्राम्हण)
१०) स्टेट बँक ऑफ इंडिया=ओपी भट(ब्राम्हण)
११) स्टर लाईट इंडस्ट्री=अनिल अग्रवाल(बनिया)
१२) सन फार्मा=दिलीप सिंघवी(ब्राम्हण)
१३) टाटा स्टील=बी.मथुरामन(ब्राम्हण)
१४) पंजाब नैशनल बँक=के. सी. चक्रवर्ती(ब्राम्हण)
१५) बँक ऑफ बडोदा=एम.डी.माल्या(ब्राम्हण)
१६) कैनरा बँक=ए.सी.महाजन(बनिया)
१७) इनफोसीस=क्रीज गोपालकृष्णन(ब्राम्हण)
१८) टीसीए=सुभ्रमन्यम रामदेसाई(ब्राम्हण)
१९) विप्रो=अजीम प्रेमजी(खोजा)
२०) किंगफिशर (विमान कंपनी)=विजय माल्या(ब्राम्हण)
२१) आयडीया=आदित्य बिर्ला(बनिया)
२२) जेट एअर वेज=नरेश गोयल(बनिया)
२३) एअर टेल=मित्तल (बनिया)
२४) रिलायन्स मोबाईल=अंबानी (बनिया)
२५) वोडाफोन=रोईया(बनिया)
२६) स्पाईस=मोदी(बनिया)
२७) बि.एस.एन.एल.=कुलदीप गोयल(बनिया)
२८) टी.टी.एम.एल.=के.ए.चौकर(ब्राम्हण)
''जातप्रथा'' (caste system) मुसलमानों ने नहीं ,विदेशी ब्राह्मणों ने बनायी
ऊंच नीच वाली वर्णप्रथा मुसलमानों ने नहीं, विदेशी ब्राह्मणों ने बनायी
छुआ छूत (untouchability) मुसलमानों ने नहीं ,विदेशी ब्राह्मणों ने बनायी
दहेज़ प्रथा मुसलमानों ने नहीं, विदेशी ब्राह्मणों ने बनायी
हमारे रिजर्वेशन का विरोध मुसलमान नहीं ,विदेशी ब्राह्मण करता है
हमारी नौकरियों पर कब्जा मुसलमानों का नहीं, विदेशी ब्राह्मणों का है
निजीकरण के माध्यम से रिजर्वेशन मुस्लमान नहीं ,विदेशी ब्राह्मण ख़त्म कर रहा है
आदिवासियों की जमीन उद्योगपतियों को दे उनको नकसलवादी मुसलमान नहीं, विदेशी ब्राह्मण कर रहा है
पिछड़ी जातियों को आगे बढ़ने से हमेशा मुसलमान नहीं, ब्राह्मण रोकता है
अंधविश्वास फैला काल्पनिक देवी देवताओं के नाम पर हमको मुसलमान नहीं, ब्राह्मण लूट रहा है
सती प्रथा ,बाल विवाह ,देवदासी प्रथा मुसलमान की नहीं ब्राह्मणों की देन है !!
हजारो सालो से धर्म के नाम पर हमको अधिकारों से वंचित मुसलमानों ने नहीं ,ब्राह्मणों ने किया !!
किसानो की जमींन छीन उद्योगपतियों को मुसलमान नहीं, ब्राह्मण दे रहा है !!
इस देश का बजट मुसलमान नहीं, ब्राह्मण बनिए बना रहे है जिसमे OBC SC ST को बाबाजी का ठुल्लू दे रहे है !!
अब आप ही बताओ ,हमारा दुश्मन कौन ?????
ब्राह्मण को पता है की, जब तक उसने ''हिन्दू'' नाम की चादर ओढ़ी है तब तक ही ,उसका वर्चस्वभारत पर है ,जिस दिन यह चादर खुल गयी कुत्ते की मौत मारा जाएगा ,इसीलिए ब्राह्मण दिन रात हिन्दू हिन्दू रटते रहता है,जब की ब्राह्मण यह जानता है की ,हिंदू नाम का कोई धर्म नही है ...हिन्दू फ़ारसी का शब्द है । हिन्दू शब्द न तो वेद में है न पुराण में न उपनिषद में न आरण्यक में न रामायण में न ही महाभारत में । स्वयं दयानन्द सरस्वती कबूल करते हैं कि यह मुगलों द्वारा दी गई गाली है । 1875 में ब्राह्मण दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाजकी स्थापना की हिन्दू समाज की नहीं । अनपढ़ ब्राह्मण भी यह बात जानता है । ब्राह्मणो ने स्वयं को हिन्दू कभी नहीं कहा। आज भी वे स्वयं को ब्राह्मण कहते हैं लेकिन सभी शूद्रों को हिन्दू कहते हैं । जब शिवाजी हिन्दू थे और मुगलों के विरोध में लड़ रहे थे तथा तथाकथित हिन्दू धर्म के रक्षक थे तब भी पूना के ब्राह्मणो ने उन्हें शूद्र कह राजतिलक से इंकार कर दिया । घूस का लालच देकर ब्राह्मण गागाभट्ट को बनारस से बुलाया गया । गगाभट्ट ने "गागाभट्टी"लिखा उसमें उन्हें विदेशी राजपूतों का वंशज बताया तो गया लेकिन राजतिलक के दौरान मंत्र "पुराणों" के ही पढे गए वेदों के नहीं ।तो शिवाजी को हिन्दू तब नहीं माना। ब्राह्मणो ने मुगलों से कहा हम हिन्दूनहीं हैं बल्कि तुम्हारी तरह ही विदेशी हैं परिणामतः सारे हिंदुओं पर जज़िया लगाया गया लेकिन ब्राह्मणो को मुक्त रखा गया ।1920 में ब्रिटेन में वयस्क मताधिकार की चर्चा शुरू हुई ।ब्रिटेन में भी दलील दी गई कि वयस्क मताधिकार सिर्फ जमींदारों व करदाताओं को दिया जाए । लेकिन लोकतन्त्र की जीत हुई । वयस्क मताधिकार सभी को दिया गया । देर सबेर ब्रिटिश भारत में भी यही होनाथा । तिलक ने इसका विरोध किया । कहा " तेली,तंबोली ,माली,कूणबटो को संसद में जाकर क्याहल चलाना है" । ब्राह्मणो ने सोचा यदि भारत में वयस्क मताधिकार यदि लागू हुआ तो अल्पसंख्यक ब्राह्मण मक्खीकी तरह फेंक दिये जाएंगे । अल्पसंख्यक ब्राह्मण कभी भी बहुसंख्यक नहीं बन सकेंगे । सत्ता बहुसंख्यकों के हाथों में चली जाएगी । तब सभी ब्राह्मणों ने मिलकर 1922 में "हिन्दू महासभा" का गठन किया । जो ब्राह्मण स्वयं हो हिन्दू मानने कहने को तैयार नहीं थे वयस्क मताधिकार से विवश हुये । परिणाम सामने है । भारत के प्रत्येक सत्ता के केंद्र पर ब्राह्मणो का कब्जा है । सरकार में ब्राह्मण ,विपक्ष में ब्राह्मण,कम्युनिस्ट में ब्राह्मण ,ममता ब्राह्मण,जयललिता ब्राह्मण 367 एमपी ब्राह्मणो के कब्जों में है ।सर्वोच्च न्यायलयों में ब्राह्मणो का कब्जा,ब्यूरोक्रेसी में ब्राह्मणो का कब्जा,मीडिया,पुलिस ,मिलिटरी ,शिक्षा,आर्थिक सभी जगह ब्राह्मणो का कब्जा है । एक विदेशी गया तो दूसरा विदेशी सत्ता में आगया । हम अंग्रेजों के पहले ब्राह्मणो के गुलाम थे अंग्रेजों के जाने के बाद भी ब्राह्मणो के गुलाम हैं । यहीवह हिन्दू शब्द है जो न तो वेदमें है न पुराण में न उपनिषद में न आरण्यक में न रामायण में न ही महाभारत में । फिर भीब्राह्मण हमें हिन्दू कहते हैं ।
ब्राह्मणी कांग्रेस और ब्राह्मणी बीजेपी ने इस देश को नई ऊंचाइयो पर लाकर खडा कर दिया है !!
सबूत -UN MILLENIUM DEVELOPMENT GOALS REPORT 2014
1)दुनिया के 1/3 गरीब और भुखमरी के शिकार भारत में रहते है !
2)दुनिया में 5 साल की उम्र तक गरीबी और भुखमरी से मरनेवाले बच्चो की सबसे बड़ी तादाद भारत में है ! हर साल 1.4 मिलियन बच्चे भुखमरी से मर जाते है !!
३)भारत में 1994 में 49.4% लोग गरीब थे जिनकी संख्या में अभी तक कोई ख़ास गिरावट नहीं आई है ,2005 में 42 % लोग गरीब है ,जबकि चीन में 1990 में 51% गरीब थे जिनकी संख्या तेजी से घटकर के 2010 तक मात्र 12% तक रह गयी है !
4)भारत के 60% लोगों के पास आजभी सौचालय नहीं है !
**** क्या आपको पता है की दुनिया के सभी देशो की ग़रीबी भुखमरी तेजी से कम हो रही है पर भारत की नहीं क्योकि ''भारत आजभी विदेशी ब्राह्मणों का गुलाम है !!''
भारत पर ''विदेशी ब्राह्मणों'' का कब्ज्जा है !
सबूत = १)देश के 8676 मठों के मठाधीश
सवर्ण : 96 प्रतिशत
(इसमें ब्राह्मण 90 प्रतिशत)
ओबीसी : 4 प्रतिशत
एससी : 0 प्रतिशत
एसटी : 0 प्रतिशत
स्रोत : डेली मिरर,
२)प्रथम श्रेणी की सरकारी नौकरियों में जातियों का विवरण
सवर्ण : 76.8 प्रतिशत
ओबीसी : 6.9 प्रतिशत
एससी : 11.5 प्रतिशत
एसटी : 4.8 प्रतिशत
स्रोत : वी. नारायण स्वामी, राज्यमंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय, भारत सरकार द्वारा संसद में शरद यादव के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए.
३)देश का कोई भी विश्वविद्यालय दुनिया के टॉप 200 में कहीं नहीं है. इन विश्वविद्यालयों में कुलपतियों का जातीय विवरण निम्न प्रकार से है:
सामान्य - 90 प्रतिशत
ओबीसी - 6.9 प्रतिशत
एससी - 3.1 प्रतिशत
एसटी - 0 प्रतिशत
स्रोत : डेली मिरर
४)
हमारे शिक्षा संस्थानों में से एक भी दुनिया के टॉप 200 में कहीं नहीं है. केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में कुल 8852 शिक्षक कार्यरत हैं जिनमें विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व निम्न प्रकार है:
सवर्ण : 7771
ओबीसी : 1081
एससी : 568
एसटी : 268
स्रोत : RTI No. Estt./P10/69-2011/I.I.T. K267
Jan.29, 2011
.भारतीय मीडिया तंत्र के मालिक और उनकी हकीकत
1=टाईम्स ऑफ इंडिया=जैन(बनिया)
2=हिंदुस्थान टाईम्स=बिर्ला(बनिया)
3=दि.हिंदू=अयंगार(ब्राम्हण)
4=इंडियन एक्सप्रेस=गोयंका(बनिया)
5=दैनिक जागरण=गुप्ता(बनिया)
6=दैनिक भास्कर=अग्रवाल(बनिया)
7=गुजरात समाचार=शहा(बनिया)
8=लोकमत =दर्डा(बनिया)
9=राजस्थान पत्रिका=कोठारी(बनिया)
10=नवभारत=जैन(बनिया)
11=अमर उजाला=माहेश्वरी(बनिया)
भारत सरकार के असली मलिक... वह कौन है... क्या यह सारी कंपनी, मिडिया (प्रिंट और टी.व्ही. चैनल्स) किसके पास है... क्या एस.सी., एस.टी., ओबीसी या मुसलमानो के पास मै है... कौन भ्रष्ट है?... यह पता चल जायेगा... कॉंग्रेस, बीजेपी या कम्युनिस्ट पार्टी पहले से ही ब्राम्हणो की है... उनको नीचे दिये गये लोग चलाते है...
१) एससी सिमेंट कंपनी=सुमित बैनर्जी(ब्राम्हण)
२) भेल=रविकुमार/कृष्णास्वामी(ब्राम्हण)
३) ग्रासिम हेंडालकी=कुमार मंगलम/बिर्ला(बनिया)
४) आयसीआयसी बँक=के.व्ही.कामत(ब्राम्हण)
५) जयप्रकाश असो.=योगेश गौर(ब्राम्हण)
६) एल. & टी.=एम.ए.नाईक (ब्राम्हण)
७) एनटीपीसी=आर.एस.शर्मा(ब्राम्हण )
८) रिलायन्स=मुकेश अंबानी(बनिया)
९) ओएनजीसी=आर.एस.शर्मा(ब्राम्हण)
१०) स्टेट बँक ऑफ इंडिया=ओपी भट(ब्राम्हण)
११) स्टर लाईट इंडस्ट्री=अनिल अग्रवाल(बनिया)
१२) सन फार्मा=दिलीप सिंघवी(ब्राम्हण)
१३) टाटा स्टील=बी.मथुरामन(ब्राम्हण)
१४) पंजाब नैशनल बँक=के. सी. चक्रवर्ती(ब्राम्हण)
१५) बँक ऑफ बडोदा=एम.डी.माल्या(ब्राम्हण)
१६) कैनरा बँक=ए.सी.महाजन(बनिया)
१७) इनफोसीस=क्रीज गोपालकृष्णन(ब्राम्हण)
१८) टीसीए=सुभ्रमन्यम रामदेसाई(ब्राम्हण)
१९) विप्रो=अजीम प्रेमजी(खोजा)
२०) किंगफिशर (विमान कंपनी)=विजय माल्या(ब्राम्हण)
२१) आयडीया=आदित्य बिर्ला(बनिया)
२२) जेट एअर वेज=नरेश गोयल(बनिया)
२३) एअर टेल=मित्तल (बनिया)
२४) रिलायन्स मोबाईल=अंबानी (बनिया)
२५) वोडाफोन=रोईया(बनिया)
२६) स्पाईस=मोदी(बनिया)
२७) बि.एस.एन.एल.=कुलदीप गोयल(बनिया)
२८) टी.टी.एम.एल.=के.ए.चौकर(ब्राम्हण)
''जातप्रथा'' (caste system) मुसलमानों ने नहीं ,विदेशी ब्राह्मणों ने बनायी
ऊंच नीच वाली वर्णप्रथा मुसलमानों ने नहीं, विदेशी ब्राह्मणों ने बनायी
छुआ छूत (untouchability) मुसलमानों ने नहीं ,विदेशी ब्राह्मणों ने बनायी
दहेज़ प्रथा मुसलमानों ने नहीं, विदेशी ब्राह्मणों ने बनायी
हमारे रिजर्वेशन का विरोध मुसलमान नहीं ,विदेशी ब्राह्मण करता है
हमारी नौकरियों पर कब्जा मुसलमानों का नहीं, विदेशी ब्राह्मणों का है
निजीकरण के माध्यम से रिजर्वेशन मुस्लमान नहीं ,विदेशी ब्राह्मण ख़त्म कर रहा है
आदिवासियों की जमीन उद्योगपतियों को दे उनको नकसलवादी मुसलमान नहीं, विदेशी ब्राह्मण कर रहा है
पिछड़ी जातियों को आगे बढ़ने से हमेशा मुसलमान नहीं, ब्राह्मण रोकता है
अंधविश्वास फैला काल्पनिक देवी देवताओं के नाम पर हमको मुसलमान नहीं, ब्राह्मण लूट रहा है
सती प्रथा ,बाल विवाह ,देवदासी प्रथा मुसलमान की नहीं ब्राह्मणों की देन है !!
हजारो सालो से धर्म के नाम पर हमको अधिकारों से वंचित मुसलमानों ने नहीं ,ब्राह्मणों ने किया !!
किसानो की जमींन छीन उद्योगपतियों को मुसलमान नहीं, ब्राह्मण दे रहा है !!
इस देश का बजट मुसलमान नहीं, ब्राह्मण बनिए बना रहे है जिसमे OBC SC ST को बाबाजी का ठुल्लू दे रहे है !!
अब आप ही बताओ ,हमारा दुश्मन कौन ?????

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